Group Study Kaise Kare : ग्रुप स्टडी के क्या फायदे हैं?

 अब जानते है ग्रुप स्टडी कैसे करे - ग्रुप स्टडी करने के लिए स्टूडेंट को एक Group का निर्माण करना होता है ,और उसी ग्रुप में बैठकर सभी को पढ़ना होता है | 

दोस्तों  हर स्टूडेंट को पड़ने के लिए अलग - अलग महौल होता है | जिस विद्यार्थी का महौल अर्थात ग्रुप जैसा होगा , उस विद्यार्थी का परिणाम भी वैसा ही निकलकर समाज में सामने आएगा | ठीक वैसा ही आजकल ग्रुप स्टडी का चलन काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है |चाहे गाँव हो या शहर हर जगह पर स्टूडेंट ग्रुप स्टडी करना पसंद करते है | इस आर्टिकल में यह वताया गया है की कोई भी विद्यार्थी group study kaise kare इसके बारे में | 

बहुत से स्टूडेंट ऐसे भी है जो अकेला पढ़ना पसंद करते है | क्योंकि ग्रुप में रहने से हर स्टूडेंट का अलग - अलग अपनी - अपनी विचार होते है | जो किसी को पसंद आता है या फिर न भी आता है वैसे में बहुत से विद्यार्थी अकेला पढ़ना पसंद करते है तो बहुत से विद्यार्थी ग्रुप में |

 group में छात्र को बिगड़ने का भी दर रहता है , तो कई बार छात्र को संभलने का भी मौका मिलता है | इससे यह पता चलता है की स्टूडेंट को ग्रुप में पढ़ने से फ़ायदा भी है और कई स्टूडेंट को नुक्शान भी हो जाता है |

Table Of Contents

1. ग्रुप स्टडी कैसे करे ! इसमें कितने स्टूडेंट होना चाहिए?

    2.  एक अच्छा Group Study बनाने के लिए अधिकतम कितने विद्यार्थी होनी चाहिए | 

    2.1 ग्रुप स्टडी प्लेस बनाने के लिए सही जगह को चुने !

    2.2 Group Study करने के लिए सही समय क्या है | 

    2.3 Group Study के नुकशान

    2.4 Group Study के लाभ 

    2.5 निष्कर्ष : Conclusion

    2.6 FAQs

group study kaise kare , What are the benefits of group study?

जैसे :- 1  जिस ग्रुप का स्टूडेंट नशा करता हो , या फिर शौकीन हो या फिर लड़की वाज हो उस ग्रुप में पढ़ने वाला समझदार विद्यार्थी पर भी इसका असर देखने को मिलता है | 

2. जिस ग्रुप में सभी विद्यार्थी अनुशासन में रहता है , टाइम - टेबल और सुरक्षा , स्वास्थय और अपने सब्जेक्ट्स पर विशेष ध्यायन देता है और अपने सभी गुरुजनों का आदर - सम्मान करना एवं उनकी आज्ञयाँ का पालन करना | वैसे ग्रुप में बिगड़ा हुआ विद्यार्थी भी सही रास्ते पे आ जाता है | इससे यह पता चलता है की  ग्रुप स्टडी के क्या फायदे हैं? इसके बारे में दर्शाता है | 

अब जानते है ग्रुप स्टडी कैसे करे - ग्रुप स्टडी करने के लिए स्टूडेंट को एक Group ( संगठन ) का निर्माण करना होता है उस संगठन में शामिल होने के लिए जो - जो स्टूडेंट आते है उन सभी स्टूडेंट के वारे में सभी को बहुत अच्छे से पता होनी चाहिए | जिसे उस संगठन से विद्यार्थी का परिणाम अच्छा निकले | चूँकि जैसा संगठन होता है उसका परिणाम भी वैसा ही होता है |

 ग्रुप स्टडी कैसे करे ! इसमें कितने स्टूडेंट होना चाहिए? जिसे ग्रुप स्टडी से बेनिफिट मिले |

  • ग्रुप स्टडी करने के लिए सबसे पहले स्टूडेंट को एक ग्रुप बनाना होगा , जिसमे कई विद्यार्थी आपस में मिलकर विचार - विमर्श करे और उसी विचार , विमर्श और सलाह से आपस में बैठकर सभी को पढ़ना होता है | जब स्टूडेंट किसी विषय पर आपस में तर्क - वितर्क , सवाल - जवाव करते है तब उस विषय अथवा सवाल का जवाब सभी विद्यार्थी अपने - अपने मत के हिसाब से देते है | जिसे कोई भी प्रश्न आसानी से Solve हो जाता है | इसी को ग्रुप स्टडी कहा जाता है |

  •  विद्यार्थी को ग्रुप स्टडी बनाने से पहले कुछ विशेष बातों पर ध्यायन देना चाहिए जो इस प्रकार है | उस ग्रुप में शामिल होने के लिए जो - जो स्टूडेंट आते है , उन सभी स्टूडेंट को उन सभी के वारे में सभी विद्यार्थीयों को आपस में बहुत अच्छे से पता होनी चाहिए की कौन - कौन छात्र के अंदर कौन - कौन सा गुण और अबगुण है ये सभी विशेषताए पता होने के बाद एक Group Study बनाना चाहिए | जिसे उस ग्रुप में अध्ययन करने के बाद अच्छा रिजल्ट मिल सके | चूँकि जैसा संगठन होता है , उसका परिणाम भी वैसा ही होता है | 
                                                

  • मित्रों अक्सर ऐसा देखा गया है की एक छात्र संगठन में कई वार 10 से ज्यादा स्टूडेंट होते है तो कई बार विधार्थियों की संख्या 10 से 20 के करीब पहुँच जाती है दोस्तों अगर आप भी इतनी भीड़ के साथ पढ़ाई करते है तो आपके रिजल्ट आपके मन मुताबिक नहीं मिल पाता है | दोस्तों ग्रुप स्टडी का नियम ये है की आप अपनी दोस्तों के साथ पढ़ाई करे लेकिन 5 या 7 लोगों से ज्यादा न हो | अगर इससे ज्यादा होता है तो उनमें कम्पटीशन की भावना पैदा नहीं होती है | क्योंकि कोई एक दूसरे पर ध्यायन नहीं दे पाता है 

  • लेकिन अगर वही संख्या 5 या 7 लोगों का हो तो आपको हर स्टूडेंट के वारे में पता होगा और फिर आपको किसे कम्पटीशन करना है किसे नहीं, इससे आपस में कम्पटीशन का भावना जागृत होती है , जिसे पढ़ाई में बहुत मन लगने लगता है | और यही वजह है की आपका परीक्षा में रिजल्ट भी बहुत अच्छा होता है , यही ग्रुप स्टडी करने का फ़ायदा है |

 एक अच्छा Group Study बनाने के लिए अधिकतम कितने विद्यार्थी होनी चाहिए | जिसे ग्रुप स्टडी में पढ़ने वाले छात्रों के लिए अच्छा परिणाम निकले |

  • एक अच्छा ग्रुप स्टडी बनाने के लिए अधिक से अधिक 5 से 7 लोगों का होना चाहिए , अगर इससे ज्यादा होता है तो ग्रुप में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के विच कम्पटीशन की भावना उत्पन नहीं होती है | जिसके फलस्वरूप उनकी परीक्षा में उनका रिजल्ट का परिणाम अच्छा नहीं आता है | क्योंकि कोई एक दूसरे पर ध्यायन नहीं दे पाता है | जिसके फलस्वरूप किसी भी स्टूडेंट कोई दूसरे स्टूडेंट के वारे में उसकी टैलेंट के ऊपर कोई ठीक -ठाक आंकलन नहीं कर पाता है | जिसके कारण ग्रुप में पढ़ने वाले विद्यार्थीयों के प्रति आपस में कोई Competation की भावना  नहीं होती है | 

  • लेकिन अगर वही संख्या 5 या 7 लोगों का हो तो आपको हर स्टूडेंट के वारे में पता होगा और फिर आपको किसे कम्पटीशन करना है किसे नहीं इससे आपस में कम्पटीशन का भावना जाग्रित होती है | जिसे पढ़ाई में बहुत मन लगने लगता है और यही वजह है की आपका परीक्षा में रिजल्ट भी बहुत अच्छा होता है |  यही ग्रुप स्टडी करने का फायदा है |

  • कई वार ऐसा देखा गया है की ग्रुप स्टडी में 10 से ज्यादा स्टूडेंट होते है तो कई वार स्टूडेंटों की संख्या 10 से 20 के करीव पहुँच जाती है | अगर आप भी इतनी भीड़ के साथ पढ़ाई करते है तो आपके रिजल्ट आपके मन मुताबिक नहीं मिल पाता होगा | इसीलिए ग्रुप स्टडी के कुछ नियम होते है जो इस आर्टिकल में बता रहा हूँ | 

  • एक अच्छा ग्रुप स्टडी बनाने के लिए अधिक से अधिक 5 से 7 लोगों का होना चाहिए | क्योंकि उस ग्रुप में पढ़ने वाले सभी स्टूडेंट को आपस में सभी के वारे में बहुत अच्छे से पता होगा और फिर आपको किसे कम्पटीशन करना है , जिसे आपकी पढ़ाई काफी बेहतर वने और रिजल्ट भी वेहतर आए | 

  • ग्रुप में कम विद्यार्थी होने की वजह से सभी स्टूडेंटों को आपस में सभी के वारे में बहुत अच्छा से पता होता है , और यही वजह है की सभी छात्र को आपस में कम्पटीशन की भावना उत्पन होती है | जिसे परिणाम स्वरूप उस ग्रुप में पड़ने वाले सभी छात्रों का रिजल्ट में उनका परिणाम भी बहुत अच्छा होता है | 

ग्रुप स्टडी प्लेस बनाने के लिए सही जगह को चुने !

  • ग्रुप स्टडी प्लेस बनाने से पहले उसके लिए सही जगह का चुनाब करना होता है | वैसी जगह चुनना चाहिए जहाँ पर शोर - शराबा , खट - खुट न हो और वह जगह पढ़ाई का वातावरण हो | जहाँ पर दूर - दूर से पढ़ाई करने के लिए आता हो और उस जगह पर पहले से कई ग्रुप स्टडी चल रहा हो | चाहे आप अकेला पढ़े या फिर ग्रुप में पढ़े सबसे ज्यादा जरुरत होती है की उस जगह पर शोर - शरावा न हो क्योंकि शोर - सरावा , हाला - चिल्ला , खट - खुट होने से आपका ध्ययान इधर - उधर भटक सकता है |

  • ग्रुप स्टडी प्लेस बनाने से पहले किसी ऐसे जगह को चुने जो पढ़ने के लिए Comfortable हो | Group Study Place चुनाब करते समय कई वार स्टूडेंट कई चीजों को अनदेखा कर देते है | जैसे :- उस जगह पर शांति है या नहीं , कोई उस जगह पर ऐसी चीज तो नहीं है जिससे आपको पड़ते समय डिस्टर्व कर सकता है | इसलिए ध्यायन रहे की ग्रुप स्टडी प्लेस बनाने से पहले उस जगह को सही से सेलेक्ट करे | 

Group Study करने के लिए सही समय क्या है | 

  • मित्रो ग्रुप स्टडी के लिए सही वक्त को चुनना भी बहुत समझदारी की जरुरत होती है | जैसे : - आप समूह अध्ययन के लिए एक स्थान को चुना लेकिन उस जगह पर , उस समय वहाँ पर कोई ऐसा काम होता है जिसके कारण आपका ध्यायन इधर - उधर भटक जाता है | अर्थात डिस्टर्व होता है | इसी वजह से ग्रुप स्टडी प्रभावित होती है , और आपका मकसद हासिल करने में बाधा बनती है | इसलिए अगर आप ग्रुप स्टडी ज्वाइन करने गए है तो आप इस वात पर जरूर ध्यायन देना जिसे की आपका ग्रुप स्टडी प्रभावित न हो सके | चाहे समूह अध्ययन करे या फिर अकेले में पढ़े सही समय का चुनाब करना बहुत जरुरी है | 

Group Study के नुकशान

            1. गलत संगत में लत लगना

जब कोई विद्यार्थी पढ़ने के लिए कोई ग्रुप ज्वाइन करता है और उस ग्रुप में कुछ ऐसे स्टूडेंट होते है जिनका आदत पढ़ाई से हटकर जैसे : लड़की वाज , नशीले पदार्थ की सेवन , स्मोकिंग , गुंडागर्दी , मार - पिट , चोरी - चमारी करता है | वैसे विद्यार्थी के साथ अगर संगत बन जाता है तो , उसके साथ रहते - रहते एक अच्छा विद्यार्थी भी खराब संगत में रहने के वजह से वह विद्यार्थी भी वैसा ही हो जाता है | इससे यह पता चलता  है की ग्रुप स्टडी करने से कुछ नुक्शान भी होते है |

            2.धन , सम्पति की बर्वादी करना 

ग्रुप स्टडी करने से धन सम्पति की भी नुक्शान हो सकती है | जैसे : - कोई गरीव घर का लड़का अगर कोई ग्रुप ज्वाइन करता है और उस ग्रुप में अमीर , बिज़नेस मैन का लड़का भी अगर पड़ता है तो उसकी चल - चलन , रहन - सहन , वेष - भूषा ये सब अमीर घराने की तरह होगी | अगर उसी ग्रुप में गरीव घर का लड़का उन सभी अमीर घरानों की लड़को की तरह वेष - भूषा , रहन - सहन , चाल - चलन अपनाये और वह भी उसी के तरह रहने लगे तव उस गरीब परिवार अपने बच्चों को शौक पूरा करने के लिए अपनी हैसियत से ज्यादा अपनी बच्चों पर खर्च करना पड़ सकता है | जिसे उस गरीव परिवार का आर्थिक नुक्शान हो सकती है | इससे यह सावित हो जाता है की ग्रुप स्टडी करने से कहीं - कहीं पर कुछ के साथ नुक्शान हो जाते है | 

            3. परिवारिक रिलेशन खराब होना 

Group Study में गलत संगठन बन जाने से अपने परिवार के बिच रिलेशनशिप ख़राब हो जाती है | क्योंकि उस बच्चों पर परिवारिक दवाब का कोई असर नहीं पड़ता है और वह परिवार से दूर होता चला जाता है | जैसे :- जब कोई स्टूडेंट किसी गलत काम करके अपना खर्चा स्वयं उठाने लगता है | तव वह अपने परिवार को अनदेखा करने लग जाता है | इसीलिए उसका परिवार भी अपने बच्चों के गलत कारनामों को देखकर अपना रिलेशन दूर करने लग जाते है इससे यह शाबित हो जाता है की ग्रुप स्टडी में गलत संगठन बन जाने से इसका प्रभाव उसका परिवार के रिलेशन पर पड़ता है | 

Group Study के लाभ 

            1. Exam के लिए अच्छी से तैयारी करना 

जब आपका एग्जाम करीव आ जाता है तो सभी स्टूडेंट को यह समझ में नहीं आता है की वह क्या पढ़े और क्या न पढ़े | ऐसे में सभी विद्यार्थी आपस में तर्क - वितर्क करना पसंद करते है | इसीलिए सभी विद्यार्थी अपना - अपना ग्रुप बनाकर पढ़ना पसंद करते है जिसे ग्रुप में सभी विद्यार्थी अपना - अपना मौक टेस्ट लेते है, मौक टेस्ट लेने से यह फायदा होता है की जिन विद्यार्थी का जिस सवाल का उत्तर पता न होता हो उस विद्यार्थी को भी मौक टेस्ट होने की वजह से उस सवाल का उत्तर आसानी से याद हो जाता है | इससे यह शाबित हो जाता है की एग्जाम के समय मौक टेस्ट देने से और ग्रुप स्टडी ज्वाइन करने से स्टूडेंट को बहुत लाभ मिलता है | 

            2. अनुशासन वाले ग्रुप में जाने से अनुशासित बन जाना अर्थात गलत रस्ते को छोड़कर सही रस्ते पे                 आ जाना

जब कोई विद्यार्थी कोई गलत रस्ते पे चला जाता है और उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता है और वह इधर - उधर भटकने लग जाता है तो ऐसे में उस विद्यार्थी के माता - पिता अपने बच्चों के लिए काफी चिंतित होती है | जब उस बच्चे का गार्जियन अपने बच्चों को किसी दूर जगह पर अनुशाशन रहित ग्रुप में उस बच्चे को पढ़ने के लिए भेज देते है तब वह उस ग्रुप में रहते - रहते सभी बच्चों की तरह अनुशाशित बच्चा बन जाता है | और वह उन सभी लड़को के साथ मिलजुलकर बहुत    अच्छे से पढ़ाई करने लग जाता है | जिससे यह पता चलता है की अनुशाषित ग्रुप में बच्चे पढ़ने से सुधर जाता है | यह एक  तरह से ग्रुप स्टडी का लाभ होता है | 

            3. ग्रुप स्टडी में अपने दोस्तों से Competition करना 

मित्रों अगर आप ग्रुप स्टडी ज्वाइन करते है तो उसमे आपके जितने भी फ्रेंड्स होते है उन सभी से अगर आप कम्पटीशन करते है तो आपको इससे बहुत फ़ायदा मिलेगी | दोस्तों ग्रुप स्टडी के दौरान ये आवश्यक है की आप हर सप्ताह में अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक मौक टेस्ट दे उसमे अपने दोस्तों के साथ कम्पटीशन करे | प्रयास करे की ग्रुप स्टडी में आपका नंबर सबसे ज्यादा आये अगर आप इस भावना से कम्पटीशन करेंगे तो जल्द ही आपकी पढ़ाई वेहतर हो जाएगी और आपका परीक्षा में रिजल्ट भी काफी अच्छा आएगा | 

निष्कर्ष : Conclusion

इस ब्लॉग पोस्ट को पढ़ने से यह निष्कर्ष निकलता है की कोई भी स्टूडेंट अगर कोई ग्रुप ज्वाइन करता है तो उस विद्यार्थी का मुख्य रूप से दो प्रकार का रिजल्ट सामने आता है 
पहला उसका रिजल्ट पहले की अपेक्षा बहुत अच्छा हो जाएगा | | जबकि दूसरा - या फिर उसका रिजल्ट पहले की अपेक्षा बहुत खराब हो जाएगा | 
क्योंकि ग्रुप में दो प्रकार के लोग होते है | पहला अच्छा परिणाम निकालने वाले स्टूडेंट होते है तो , दूसरा किसी को अपने परिणाम की बारे में कोई मतलब नहीं रखने वाले लोग | 
जिस विद्यार्थी को अपने ग्रुप में जिस प्रकार के लोग मिल जाते है | ठीक उसी प्रकार के उसका परिणाम निकलकर सामने आ जाते है | 
इसीलिए इस आर्टिकल में ग्रुप स्टडी के 3 फायदे और 3 नुक्शान के वारे में बताये है | 

FAQs

1. Group Study कैसे करे ? 

ग्रुप स्टडी करने के लिए सबसे पहले स्टूडेंट को एक छात्र संगठन बनाना होगा जिसमे सभी विद्यार्थी आपस में मिलकर विचार - विमर्श करे | और उसी विचार - विमर्श और सलाह से आपस में बैठकर सभी को पढ़ना होता है | जब स्टूडेंट किसी विषय पर आपस में तर्क - वितर्क सवाल - जवाब करते है | तब उस विषय अथवा सवाल का जवाब सभी स्टूडेंट अपने - अपने मत के हिसाब से देते है | जिसे कोई भी प्रश्न आसानी से हल हो जाता है | इसी को ग्रुप स्टडी कहा जाता है | अर्थात इसी प्रकार ग्रुप स्टडी किया जाता है | 

2. परीक्षा के समय पढ़ाई कैसे करे ?

दोस्तों अगर आपका परीक्षा नजदीक आ गया है तब आपका पूरी फोकस परीक्षा में पुच्छे जाने वाली सवालों के ऊपर होनी चाहिए | ऐसे में पढ़ाई करने के लिए सभी स्टूडेंट को आपस में मिलजुलकर अर्थात समूह बनाकर पढ़ाई करनी चाहिए | जिसे सभी विद्यार्थी सभी विषयों पर आपस में सवाल - जवाब करेंगे | जिसे यह फ़ायदा होगा की जिस विद्यार्थी के जिस सवाल का उत्तर नहीं पता है , उस स्टूडेंट को उस सवाल का उत्तर आसानी से मिल जाता है | और वह उत्तर उसे याद भी बहुत जल्द हो जाती है | इस तरह से पढ़ाई करने पर परीक्षा में सवालों का उत्तर आसानी से दे पाता है |  


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