kyc क्या है ? और इसका Full Form क्या है जाने विस्तार से !

 किसी भी अपरिचित व्यक्ति को जानने के लिए KYC एक उत्तम माध्यम है , जिसके द्वारा किसी भी अनजान आदमी का Full Information ( पूरी सुचना ) निकाला जा सके | KYC का  Full Form होता है Know Your Customer इसका हिंदी में अर्थ है -  अपने ग्राहक को जानो | यह एक ऐैसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से बैंक या किसी संस्था किसी अपरीचित व्यक्ति की पहचान और पते को Verification करते है |

KYC क्या है , KYC Important Documents


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KYC क्या है ? और KYC करवाने के लिए कौन - कौन सा दस्तावेज (Documents) लगेगा , और यह क्यों जरुरी है |

किसी भी अपरिचित व्यक्ति को जानने के लिए KYC एक माध्यम है , जिसके द्वारा किसी भी अनजान आदमी का Full Information ( पूरी सुचना ) निकाला जा सके | KYC का  Full Form होता है Know Your Customer इसका हिंदी में अर्थ है -  अपने ग्राहक को जानो | यह एक ऐैसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से बैंक या किसी संस्था किसी अपरीचित व्यक्ति की पहचान और पते को Verification आसानी से कर लेते है | KYC करवाने के लिए मुख्य रूप से दो प्रकार के दस्तावेज (Documents) लगता है | पहला ID Proof होता है और दूसरा Address proof होता है | बैंक ज्यादातर दो ही दस्तावेज मांगता है | वह है , पहला आधार कार्ड और दूसरा है, पैन कार्ड ये दोनों आपस में लिंक होना चाहिए |

KYC करवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज : Documents required to get KYC done. 

1. ID Proof : पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट

            इनमें से किसी एक दस्तावेज को ID Proof के रूप में इस्तेमाल कर सकते है |

2. Address proof : वही Address proof में आधार कार्ड , वोटर कार्ड , ड्राइविंग लाइसेंस , पासपोर्ट , बिजली बिल , गैस कनेक्शन बिल , टेलीफ़ोन बिल इनमें से किसी एक दस्तावेज को Address proof के रूप में उपयोग कर सकते है |

        Note :  तीसरा दस्तावेज के रूप में आपका पासपोर्ट साइज रीसेंट न्यू फोटो का जरुरत पड़ सकता है |

KYC करवाने के लिए ये सारी दस्तावेज इसलिए मांगते है की ये सारी दस्तावेज सरकार के द्वारा चलाया गया दस्तावेज है | इस दस्तावेज के द्वारा कोई भी गड़बड़ी या धोखाधड़ी होती है तो इसका जिम्मेवार सरक़ार खुद होगी | इसीलिए कार्यकर्त्ता ग्राहक से यही सारी दस्तावेज मंगाते है , ताकि किसी प्रकार धोखाधड़ी या गलत काम होने पर स्वं जिम्मेवार न हो सके |

 KYC सरकार क्यों करवाती है ? और यह KYC क्यों जरूरी है Customers और Government के लिए | 

KYC सरकार इसलिए करवाता है की किसी भी सरकारी संस्था में किसी के साथ कोई धोखा - धड़ी अर्थात गलत काम न हो सके , इसलिए सरकार ग्राहक का कोई भी जोखिम भरा काम करने से पहले सरकार उस काम को करने से पहले उस ग्राहक का सबसे पहले KYC करवा लेता है | जिसे यह पता चल जाता है की वह Customers सही है या नहीं अगर Customers सही पाया गया तो फिर उस ग्राहक का काम आसानी से बहुत ही जल्द हो जाता है | अगर कोई  Customers गलत पाया गया है तो उसका काम को वही पर रोक दी जाती है जिसे किसी अन्य ग्राहक को अथवा सरकार को किसी भी प्रकार का नुकसान होने से बच जाती है | 

KYC का अर्थ ही होता है अपने ग्राहक को पहचानों अर्थात Know Your Customer जब ग्राहक का KYC हो जाता है , तब उस ग्राहक का पहचान हो जाता है अर्थात उस ग्राहक का सारी Information ( सूचना ) सरकार के उस संस्था को आसानी मिल जाता है | जिसे किसी भी प्रकार के संदेह अथवा गलत काम होने पर उस व्यक्ति को पहचान करने के लिए एवं उस गलत काम को ठीक करने के लिए उस व्यक्ति के रेसिडेंसियल Address पर जाकर आसानी से सुलझा सके | 

इसीलिए Government Customer का KYC करवाता है और यही KYC ग्राहक और सरकार को लाभकारी सिद्ध होता है | KYC होने से Government को अपनी Work पर चल रही गतिविधियों में संतोषजनक प्राप्त होता है | और ग्राहक भी अपनी डेटा अर्थात सम्पति को सुरक्षित महसूस करती है | यही कारन है की KYC Customers और सरकार ये दोनों के लिए जरुरी है |  

 बैंक KYC क्यों करवाते हैं? : Why does the bank get KYC done?

जब कोई ग्राहक न्यू बैंक Account खुलवाता है , या म्युचुअल फंड Account Open करते है , बैंक लॉकर खुलवाते है तो बैंक हमसे सभी पहेचान वाले KYC Douckment मांगते है चूँकि KYC का अर्थ ही होता है Know Your Customer हिंदी में इसका अर्थ है अपने ग्राहक को जानो यह एक ऐैसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से बैंक किसी भी अनजान व्यक्ति का पहचान और पते को वेरिफिकेशन आसानी से कर लेते है | इसलिए बैंक ग्राहक को KYC करवाता है क्योंकि रिजर्ब बैंक ऑफ़ इंडिया ( RBI ) कहता है की पहले आप अपने ग्राहकों को जानिए | जो Customer बैंक में खाता खुलवाने जाते है वह कोई आतंकवादी तो नहीं है , इसके ऊपर कोई क्रिमनल रिकॉर्ड तो नहीं है , सरकार की नजर में वह गलत तो नहीं है , इसका कोई गैरकानूनी काम करने का मकसद तो नहीं है , हिंदुस्तानी है या नहीं ये सारी जानकारी Account खुलने से पहले बैंक जाँच लेती है |

मानलीजिए की कोई आपका दोस्त 10 लाख रूपये आपके बैंक अकाउंट में डाल दिए है तो सबसे पहले ये रिपोर्ट बैंक मैनेजर को मिल जाती है जिसे बैंक मैनेजर उस Account का फुल डिटेल्स निकाल कर चेक करता है की उस खाता में उसका पिच्छला रिकॉर्ड क्या है | अगर उसका पिच्छला रिकॉर्ड बहुत कम - कम रहता है तो उस खाता पर बैंक मैनेजर को संदेह हो जाता है की वह पैसा गलत तरीके से मंगवाया तो नहीं गया है | उस केस में बैंक मैनेजर उस खाता को डेविट फ्रिज कर देते है 

डेविट फ्रिज होने के वाद उस खाता में पैसा तो आएगा लेकिन उस खाता से पैसा नहीं निकाल सकते है जिस व्यक्ति का खाता है | वह व्यक्ति उस खाता से पैसा निकालना चाहेंगे तो उसे सबसे पहले उस Account को KYC करवाना होगा जिसका शाब्दिक अर्थ है अपने ग्राहक को जानो अर्थात Full Form है Know Your Customer जब आपका खाता का KYC हो जाएगा तभी पैसा निकाल सकते है | जब Customer Bank को KYC दस्तावेज दे देते है उसके वाद बैंक मैनेजर उसका पैसा निकाल देते है |

निष्कर्ष ( Conclusion )

 इस आर्टिकल को पड़ने से यह निष्कर्ष निकला है की KYC एक बहुत ही अच्छा माध्यम है Fraud एवं धोखा - धड़ी ,गैर क़ानूनी और लपावरहि से बचने के लिए | 
अब हमें  विश्वास हो गया है की मॉडर्न युग में KYC के माध्यम से हमारा सारी डाटा , सम्पति धन , रुपैया - पैसा सभी के सभी वहुत अच्छी तरह से सुरक्षित है | बैंक से लेकर सरकारी सभी दस्तावेज सभी प्रॉप्रटी जैसे - ब्लॉक , कोर्ट , कचरी , पंचायत राशन कार्ड से लेकर बृद्धा पेंशन तक सभी के सभी KYC के माध्यम से बहुत सुरक्षित है |

FAQ

1. केवाईसी का मतलब क्या होता है?

जब आप बैंक में न्यू खाता खुलवाने जाते है तब आपसे kyc दस्तावेज माँगा जाता है | क्योंकि RBI यानि भारतीये रिजर्ब बैंक ऑफ़ इंडिया का निर्देश है की बैंक वाले किसी भी अनजान व्यक्ति का खाता नहीं खोल सकते है | इसीलिए बैंक मैनेजर ग्राहक से सबसे पहले KYC Document माँगता है | जब ग्राहक KYC दस्तावेज के तौर पर अपना आधार कार्ड और पैन कार्ड बैंक में जमा करवा देते है , तब उस व्यक्ति का KYC हो जाता है | उसके वाद बैंक मैनेजर उस व्यक्ति का खाता खोल देते है | अगर आपके बैंक A/C में किसी भी प्रकार के सक - संदेह देखा जाएगा  तव - तव आपका KYC Document माँगा जाएगा |

2. KYC कैसे होता है ?

KYC करने के लिए हमारे पास सभी KYC दस्तावेज होनी चाहिए उसके वाद बैंक की Official Website पर जाना होता है | उस वेबसाइट पर जाने के बाद हमें सबसे पहले KYC के लिए Login करना होता है | KYC विकल्प पर जाने के वाद KYC के लिए सभी जरुरी जानकारी फॉर्म भरकर KYC दस्तावेज को PDF फाइल बनाकर अपलोड करना होता है | 




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