चलिए अब समझते है ऑनलाइन पेमेंट क्या है इसके बारे में आधुनिक युग में जब आप ऑनलाइन पेमेंट करते है तब आपका पैसा भौतिक रूप से बाहर निकलता नहीं है , वह पैसा एक खाता से दूसरे खाता में ट्रांसफर हो जाता है | जिसे यह साबित हो जाता है की Online Payment हो चूका है | इस प्रक्रिया को ऑनलाइन पेमेंट अर्थात Cashless कहाँ जाता है | जिसे दोनों ऑनलाइन कस्टमर्स यह समझ जाते है की ऑनलाइन पेमेंट हो चूका है | और वह दोनों आपस में संतुष्ट हो जाते है |
अब जानते है Cashback के वारे में कैशबैक एक तरह से उपभोक्ता को प्रलोभन देने का काम करता है | जैसे - जो व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति के पास ऑनलाइन पैसा भेजता है तो उस व्यक्ति को अर्थात पैसा भेजने वाले को ऑनलाइन पेमेंट कम्पनी की तरफ से उसे कुछ पैसा दे दिया जाता है | जिसे ऑनलाइन पेमेंट करने का आदत लग सके | पैसा भेजने वाले को पैसा भेजने के पश्चात् जो कुछ पैसा प्राप्त होता है, उसे हम कैशबैक कहते है |
Online Payment क्या है ? इसमें Cashless का क्या भूमिका होती है ! और Cashback का क्या अर्थ है |
जब आप ऑनलाइन पेमेंट करते है तब आपका पैसा भौतिक रूप से बाहर निकलता नहीं है | वह पैसा एक खाता से दूसरे खाता में ट्रांस्फर हो जाता है | जिसे यह साबित हो जाता है की ऑनलाइन पेमेंट हो चूका है | इस प्रक्रिया को ऑनलाइन पेमेंट अर्थात कैशलेस कहाँ जाता है | जिसे दोनों ऑनलाइन ग्राहक यह समझ जाते है की ऑनलाइन पेमेंट हो चूका है,और वह दोनों आपस में संतुष्ट हो जाते है |
जैसे : कोई कस्टमर्स किसी दुकान पर जाता है और वहाँ से कुछ समान खरीदता है और उस समान के वदले में उस दुकानदार को ऑनलाइन के माध्यम से जैसे - QR CODE या फिर मोबाइल नंबर के द्वारा उसे पेमेंट करता है तव यह प्रक्रिया ऑनलाइन पेमेंट कहलाता है, जिसे कैशलेस में वृद्धि होती है Cashless का अर्थ ही होता है भौतिक रूप से पैसा , धन ,रुपैया इत्यादि पर नजर रखना जिसे सरकार को आसानी से इसकी डेटा मिल सके और वह अर्थव्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने में मदद मिल सके |
कैशबैक इसलिए दिया जाता है की कस्टमर्स को आदत लग सके और कैशलेस में वृद्धि हो | सरकार कैशलेस में वृद्धि इसलिए करवाना चाहते है की Black money में वृद्धि न हो सके | ब्लैक मनी में वृद्धि होने की वजह से सरकार को आर्थिक डेटा सही - सही नहीं मिल पाता है | जिसे देश में अशांति फैलने का डर बना रहता है Black money में वृद्धि होने से रोकने के लिए भारत सरकार ने NPCI लांच किये है | जिसके द्वारा Online Payment Transfer करने वाले और Receive करने वालों पर आसानी से नजर रखा जा सके |
Online Payment किसके कंट्रोल में होता है ! और इसका रेगुलेट कौन करता है |
ऑनलाइन पेमेंट एक डिजिटल वर्चुअल करेंसी है | इसका उपयोग आजकल काफी तेजी से बढ़ रहा है | इसके साथ ही साइवर क्राइम की आपराधिक घटना प्रत्येक दिन कुछ न कुछ सामने आ रही है ,और इसकी संख्या अर्थात क्राइम करने वालों की संख्या भी काफी तेजी से बढ़ रही है |
इसलिए भारत सरकार ने ये सभी ऑनलाइन पेमेंट कंपनी को संचालन करने के लिए एक रेगुलेटर का गठन किया है | जिसका नाम है NPCI इसका Full Form : National Payment Corporation of India इसका पूरा नाम है | यही वनाया है BHIM , UPI , RTGS , IMPS , NEFT , FAST TAG ये सभी ऑनलाइन पेमेंट कम्पनी पर NPCI का निगरानी होता है | जिसे बाजार में काला बाज़ारी अर्थात Black Money में वृद्धि न हो सके |
Online Money Transfer ऑनलाइन पेमेंट कंपनी के कंट्रोल में होता है | जैसे - PayTm , Phone Pe , Google Pay , Bharat Pe इत्यादि और ये सभी कम्पनी NPCI के कंट्रोल में होता है जिसे हम कह सकते है की Online Payment Company के रेगुलेटर NPCI है | और NPCI का कंट्रोलर अर्थात रेगुलेटर भारत सरकार है | चूँकि इसका पूरा नाम है National Payment Corporation of India यह इसका नाम से ही स्पष्ट हो गया है की यह भारत सरकार का है | इसलिए इस पर नजर भारत सरकार की होती है |
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कैशबैक क्या है ! What is Cashback
जब आप ऑनलाइन पेमेंट करते है तब वह पैसा निकलता नहीं है वह पैसा एक खाता से दूसरे खाता में ट्रांसफर हो जाते है जिसके वदले में जो आदमी पैसा ट्रांसफर करता है उस आदमी को ऑनलाइन पेमेंट करने के वदले में कुछ पैसा दे दिया जाता है | जिसे Cashback कहते है | कैशबैक इसलिए दिया जाता है की कस्टमर्स को आदत लगे और कैशलेस में वृद्धि हो |
कैशलेस में वृद्धि इसलिए करना चाहते है की ब्लैक मनी में वृद्धि न हो Black Money में वृद्धि होने की वजह से सरकार को आर्थिक डेटा सही - सही नहीं मिल पाता है जिसे देश में अशांति फैलने का डर बना रहता है |
Black Money में वृद्धि होने से रोकने के लिए भारत सरकार ने NPCI लॉंच किये है | जिसके द्वारा ऑनलाइन पेमेंट ट्रान्सफर करने वाले और रिसीव करने वालो पर आसानी से नजर रखा जा सके |
NPCI क्या है ! इसका Full Form यानि पूरा नाम जाने विस्तार से |
भारत में इतना ऑनलाइन मनी ट्रांसफर होने लगा की भारत सरकार इससे तंग आ गया जिसके कारण सरकार को एक ऑनलाइन पेमेंट ट्रांजेक्शन कंट्रोलर सिस्टम को लॉंच करना पड़ गया | जिसका नाम है NPCI ये जितने भी ऑनलाइन पेमेंट पोर्टल है | उन सभी पर निगरानी रखता है जिसे NPCI कहते है | इसका Full Form अर्थात पूरा नाम National Payment Corporation of India है यही सारा ऑनलाइन पेमेंट को देख - रेख करते है |
यही बनाया है BHIM , UPI , RTGS , IMPS , NEFT , FAST TAG कुछ भी होगा ये सभी पर निगरानी रखता है |
1. अगर बैंक से ट्रांसफर करते है तो वहाँ पर RBI नजर रखता है |
2. शेयर बाजार में sebi नजर रखता है |
NPCI इतना बड़ा काम किया की Google बोला अमेरिका से की आप भी कुछ करिये NPCI के तरह | पूरी दुनिया में पुरे Galaxy में आकाश गंगा की बात कर रहे है की सबसे ज्यादा Online Payment यही NPCI से हुआ है | क्योंकि NPCI में सभी Online Payment Portal आ जाता है |