Latka hua pet kaise kam kare (लटका हुआ पेट कैसे कम करे )

 ज्यादातर मोटे आदमी को पेट लटक जाता है, उस Latka hua pet kaise kam kare और उसके फायदे और नुक्शान के वारे में इस Blog post में विस्तार से चर्चा की गई है जो इस प्रकार है | हमारे द्वारा खाया गया खाद्य पदार्थ कार्बोहाइड्रेट ( शर्करा ) के रूप में लेते है | जिसे हमें Instant ( तुरंत ) ऊर्जा मिलती है | उस दैनिक आहार से मिलने वाली सभी ऊर्जा को अगर हम किसी भी प्रकार से वर्क करके ख़त्म कर देते है , तो ठीक है | यदि वह कार्बोर्हाइड्रेट जो हमारे दैनिक भोजन से हमें मिल रही है | वह कार्बोर्हाइड्रेट अगर हमारा शरीर वर्क करके ख़त्म नहीं कर पा रहे है , तो ऐसे में वह कार्बोर्हाइड्रेट हमारे शरीर के किसी भी भाग में वसा ( चर्बी ) के रूप में स्टोर होने लगती है | जिसे हमें फैट ( मोटापा ) की अनुभूति होने लगती है , और वह धीरे - धीरे मोटा हो जाता है | 

वह fat शरीर के किसी भी भाग में हो सकती है, जैसे - पेट में , पेट के लेफ्ट साइड , या फिर राइट साइड , मशल्स , हथेली , जांघ , कमर इत्यादि में | ज्यादातर फैट आदमी के पेट में ही होता है | क्योकि पेट में ही भोजन का संक्षारण होती है और वही पर ऊर्जा एवं कार्बोहाइड्रेट बनती है |

 वचा हुआ कार्बोहाइड्रेट पेट में ही जमा होने लगती है | जिसे वासा के कारन पेट लटका हुआ महसूस होने लगती है | अब समझते है Latka hua pet kaise kam kare ( लटका हुआ पेट कैसे कम करे ) इसके वारे में जिस व्यक्ति के पेट अगर लटक गया हो तो समझ लेना की उसकी पेट में चर्बी ( वासा ) बन गया है |

Latka hua pet kaise kam kare


जिसके कारन उनका पेट लटका हुआ देखने में लग रही है | चूँकि उनका पेट वास्तव में ही लटक गया है | चलिए अब समझते है इस लटके हुए पेट को कैसे कम करे , इसके वारे में सबसे पहले वह व्यक्ति अपने दिन चरिये में जो खान - पान है | उस खान - पान पर ध्यायन देना चाहिए | उस व्यक्ति को ज्यादातर तेल से वनी व्यंजन को कम से कम खानी चाहिए जिसे शरीर में कैलोरिन की मात्रा कम हो सके | ऐसा करने से ये होगा की जो हमारे शरीर में All ready पहले से बना हुआ कार्बोहाइड्रेट के द्वारा जो बना हुआ जो वसा है | उस चर्बी को बॉडी अपने कार्य में खपत करने वाले कार्बोहाइड्रेट से बना हुआ कैलोरिन को यूज़ करते है | जिसे ये होगा की आपकी शरीर में जमा हुआ चर्बी टघरकर कैलोरिन के रूप में खपत होने लगती है | जिसे उनका शरीर धीरे - धीरे कुछ समय में उनका मोटापा कम होने लगता है , और अंत में वह व्यक्ति पूरी तरह से मोटापा मुक्त हो जाती है | 

ध्यायन रहे की अगर आप इस विधि को मोटापा कम करने के लिए अपनाते है , तो आपको सबसे पहले अपने स्वास्थ्य पर ध्यायन देना होगा | क्योकि ऐसे में आपको कमजोरी महसूस होने लगती है | ऐसे में आप अगर अपने मोटापा कम कर रहे है तो आपको अपने खान पान में चेंजिंग करना होगा | आप अपने खान पान में भरपूर मात्रा में फल - फूल एवं हरी पत्तेदार सब्जियां खाये | इससे ये होगा की आपको अपने खाये गए भोजन के द्वारा जो ऊर्जा मिल रही है , उस ऊर्जा में कैलोरिन की मात्रा न के बरावर मिल रही है अर्थात आप कैलोरिंग नहीं ले रहे है | ऐसे ऊर्जा मिलने से आपकी शरीर की सभी Requirements पूरा हो जा रही है और वह धीरे - धीरे आपका मोटापा सामान स्थिति में होने लगेगी | 



इसके साथ - साथ Exercises करे , सुबह में और शाम में जो व्यक्ति एक्सरसाइज नहीं कर पा रहे है तो उनके लिए सबसे अच्छा तरीका है की आप अपने ऑफिस जाये या फिर किसी फील्ड में वर्क कर रहे है तो उनको कम से कम एक दिन में 10 हजार कदम पैदल चलना चाहिए | इससे ये होगा की आपके द्धारा पैदल चला गया 10 हजार कदम आपके सुबह और शाम के Exercise के बराबर होगी | जब आप सोते है तो , उस समय अपने सिर तक Pillow नहीं रखे इससे ये होगा की आपका पेट का भार पूरी के पूरी समतल हो जाएगी | और आप कम  से कम प्रतिदिन 7 से 8 घंटा सोए इससे  होगा की आपकी शरीर में उपस्थित सभी केलेस्ट्रॉल अर्थात आपके द्वारा खाये गए भोजन का सभी ऊर्जा शरीर अपने कार्य की पूर्ति हेतु खपत कर लेगी , और जब आप शो कर उठेंगे तो आपको काफी हल्का महसूस होने लगेगी | उस समय आप अपने मुँह हाथ  एवं नहाने के बाद सबसे पहले हल्का गर्म पानी नीबू के साथ पिए और उसके एक घंटे बाद आप अपने नाश्ता में फल खाये इससे ये होगा की आपकी शरीर की ऊर्जा के लिए फल से ऊर्जा मिल जाएगी और आपको भूख भी कम लगेगी | क्योकि फल में कैलोरिन की मात्रा कम होती है | इसके वाद आप दो पहर में भोजन करे, कम तेल से बनी खाद्य पदार्थ को ऐसा आप नियमित 40 से 50 दिन तक करेंगे तो निश्चित ही आपका लटका हुआ पेट आसानी से अंदर चल जायेगा | 



आदमी मोटा कैसे हो जाता है ! और वह अपना लटका हुआ पेट कैसे कम करे 

किसी भी व्यक्ति को मोटा होने का में कारन है की उसकी शरीर में वसा (चर्बी) बन जाना fat बनने से उनकी शरीर देखने में मोटा लगने लग जाती है | अब समझते है आदमी के बॉडी में चर्बी कैसे बनता है (aadmi mota kaise ho jata hai) इसके वारे में जिसे कोई भी व्यक्ति देखने में मोटा लगने लगता है | 

जब हमलोग अपने दैनिक जीवन में जो आहार लेते है उस भोजन से मिलने वाली ऊर्जा को अगर पूरी तरह से हमलोग अपने वर्क में खपत नहीं कर पाते है तो वह बचे हुए कैलोरिंन ( कार्बोहाइड्रेट ) शरीर के किसी भी भाग में वसा के रूप में जमने लगती है | अगर यह शिलशिला लम्बे समय तक चला तो जाहिर सी वात है की आपकी शरीर की मोटाई प्रत्यक्ष रूप से दिखाई देने लगति है | क्योकि आपकी शरीर में आपके द्वारा खाया गया भोजन से मिलने वाली कार्बोहाइड्रेट अगर लम्बे समय तक स्टोर ( जमा ) होने से आपकी शरीर में काफी चर्बी जम जाती है | इसीलिए आपकी शरीर मोटा देखने में लग रही है अर्थात आदमी मोटा हो गया है | 

चलिए अब समझते है मोटा हो गया आदमी की लटका हुआ पेट कैसे कम करे इसके वारे में , जिस व्यक्ति के पेट मोटाई के कारन लटक गया है तो उसे कम करने के लिए सबसे पहले आपको अपने खान - पान पर विशेष ध्यायन देना होगा | क्योकि मोटाई की समस्या गलत तरीके से खाये गए खान - पान से ही होता है | जैसे - मान लिया की कोई व्यक्ति अपने भोजन में भरपूर मात्रा में कैलोरिन युक्त भोजन कर रहे है और वह उस भोजन से मिलने वाली कार्बोहाइड्रेट को पूरी तरह से अपने वर्क में खपत नहीं कर पा रहे है तो ऐसे में उनका पेट में वसा जम जाती है | जिसके कारन व्यक्ति मोटा हो जाता है | 

ऎसे में सबसे पहले अपने खान - पान पर विशेष ध्यायन देना चाहिए , आप अपने लटके हुए पेट को ठीक करने के लिए आप कम से कम तेल से बना हुआ व्यंजन खाये जिसे आपको कैलोरिन कम मिले और ऊर्जा अधिक एनर्जी अधिक लेने के लिए आपको ज्यादे से ज्यादे मात्रा में फल खाये जिसे आपको भूख न लगे | आपके पेट हमेशा भरा सा महसूस हो क्योकि ऊर्जा आपको फल से ही लेनी है | जब आपकी ऊर्जा आपकी शरीर में आपके द्वारा खाये गए फल से जो मिली है वह आपके वर्क के दौरान ख़त्म हो जाएगी तव बॉडी अपने ऊर्जा की पूर्ति के लिए अपने शरीर के पेट में जमा फैट से लेने लगेगी | ठीक उसी बिच आप अपने आप को एक या दो घंटे कष्ट देना है | उसके वाद आप अपने शरीर की ऊर्जा की पूर्ति के लिए फिर से फल खाकर अपने पेट को भर लेना है जिसे आपकी शरीर को इंस्टेंट एनर्जी मिल सके | ये प्रक्रिया अगर आप ४० से ५० दिनों तक करेंगे तो निश्चित ही आपके लटका हुआ पेट कुछ हद तक कम हो जाएगी | इसके अलावा आप Exercises पर विशेष ध्यायन दे |  

Fat kyo badhta hai ( फैट क्यों बढ़ता है ) 

फैट बढ़ने का मेंन कारन है की हमारे द्वारा खाया गया भोजन के रूप में जो खाद्य पदार्थ है , उस खाद्य पदार्थ से जो ऊर्जा (energy) हमें मिलती है | हम उस ऊर्जा को पूरा के पूरा खर्च नहीं कर पाते है और हमलोग धड़ले से कुछ न कुछ खाते रहते है | ऐसे में उस खाद्य पदार्थ से मिलने वाली कार्वोहाइड्रेट (C6H12O6) वसा के रूप में शरीर के किसी अन्य भाग में स्टोर (जमा) होने लगती है | जिसे हमारी शरीर की मोटाई बढ़ने लगती है | Fat बढ़ने के और भी कई सारे कारन है , चलिए अब समझते है उन सभी कारणों के वारे में जिसे फैट बढ़ता है | 
1. अधिक मात्रा में तेल से बनी भोजन खाना , जो व्यक्ति अपने दैनिक भोजन में प्रतिदिन तेल से बनी खाद्य पदार्थ को अधिक मात्रा में खाता है तो उस व्यक्ति के शरीर में अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट ( cx(h2o)y1 बनता है और वह कैलोरिन उस व्यक्ति के द्वारा किसी भी वर्क करने से वह खपत नहीं हो पाती है | क्योकि वह पदार्थ अधिक मात्रा में तेल मशाला से बनने के कारन उस पदार्थ का पाचन क्रिया जल्दी नहीं हो पाती है | जिसकी वजह से उस व्यक्ति को आलस महसूस होने लगती है और वह उस कैलोरिन को ख़त्म किये बिना उसे शरीर में ही वह व्यक्ति आराम करने लग जाती है | अर्थात सो जाती है | जब वह व्यक्ति सो कर उठता है तो उसे लगता है की अब हमारी मन फ्रेश और ताजा है | इसी क्रिया के बिच उनका समय बर्बाद हो जाती है और उसे शरीर में बना हुआ कार्बोहाइड्रेट का खपत नहीं हो पाती है | जिसकी वजह से वह व्यक्ति को ये नहीं पता हो पाता है और वह धीरे - धीरे मोटा हो जाता है | क्योकि उनकी शरीर में चर्बी जम चूका है |  

महिलाओं को पेट कम करने के उपाय ! woman apni pet ki charbi ko kaise kam kare 

जिस महिला का पेट में वसा बन गया है अर्थात उनका पेट बढ़ गया हो यानि मोटी हो गई है | उस महिला को पेट कम करने का सबसे आसान तरीका है | वह औरत अपने घर की कार्य स्वयं करे | जिसे ये होगा की उनकी Exercise घर की कार्य करने में स्वतः हो जाएगी | जैसे सील वटा पर मशाला पीसना | सिलवटा पर मशाला पीसने से ये होगा की आपकी शरीर की पूरी एक्सरसाइज हो जाएगी | क्योकि उस कार्य में हल्दी , गोलकी , मिर्च जैसे ठोस पदार्थ को कम से कम 5 kg के पत्थर से बनी लोड़ी से बने हुए सील के सिलवटे पर उसे मशाला पीसना होगा | 

उसे इस वर्क में कम से कम १० मिनट का समय लगता है , तव जाकर मशाला तैयार हो पाती है | इसीलिए हम कह रहे है की अगर महिलाए अगर अपना पेट कम करना चाहते है तो उसे अपना कार्य स्वयं करना होगा | जिसे ये होगा की उनकी एक्सरसाइज स्वयं आसानी से हो जाएगी | 

क्योकि वर्तमान समय में सभी महिलाए अपने घरेलु कार्य में मशीनरी तकनीक के द्वारा कार्य करना चाहती है | जिसे ये होता है की उनकी exercise नहीं हो पाती है , न घर में और न ही बाहर में जैसे - मिक्सी मशीन से मसाला पीसना - इससे ये होता है की मशीन के द्वारा मशाला बनाने में उनको कोई कठोर कार्य नहीं करना पड़ता है | जिसके कारन उनकी शरीर में उनके द्वारा खाया गया भोजन से मिलने वाली कार्बोहाइड्रेट की खपत नहीं हो पाती है | जिसके कारन वह कार्वोहाइड्रेट वसा के रूप में पेट में जमने लगती है | चलिए अब समझते है ladies के लिए घर में दूसरे कार्य के वारे में | दूसरा कार्य है कपड़ा धोना 

कपड़ा धोना 
कपड़ा धोना एक ऎसी कार्य है जिसे अगर हाथ से किया जाय और उस कार्य को करने के लिए मशीन की सहारा नहीं लिया जाए तो यह कार्य करने में शरीर से बहुत ऊर्जा एवं कैलोरिन की खपत होती है | इसीलिए हमारा सुझाव है की जिन महिलाओ का वजन बड़ गया है अर्थात मोटी हो गई है | उन महिलाओ को अपने फैट को कम करने का सबसे अच्छा एक्सरसाइज है | हाथ से कपड़ा धोना , उन्हें इस कार्य करने में शरीर से बहुत सारी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट की खपत होती है | जिसे उनके द्वारा खाया गया भोजन से मिलने वाली कार्बोहाइड्रेट को वह आसानी से खपत कर देते है और इसके अलावा यह भी होता है की जब उनके द्वारा खाया गया भोजन से मिलने वाली कार्वोहाइड्रेट को वह अपने कार्य करने में खपत कर चूका होता है | तव उन कार्य को करने में जो ऊर्जा लगता है वह उनके शरीर में उपस्थित (स्टोर) वसा के पिघलने से जो कार्वोहाइड्रेट बनता है , वह कैलोरिन का खपत होती है | उस कार्य करने में जिसे शरीर में उपस्थित फैट (चर्बी) का संक्षारण होती है और वह धीरे - धीरे पतला होती चली जाती है | अर्थात उनका फैट ( मोटाई ) धीरे - धीरे समाप्त हो जाती है और वह दिखने में नार्मल लगने लग जाती है | इसके अलावा और भी कई सारे घरेलु कार्य होती है | जिसे महिलाओ को स्वयं करना चाहिए जिसे उनका स्वास्थ्य ठीक रह सके | 

पुरषों (Male) की अपेक्षा महिलाए (Femel) ज्यादा मोटी क्यों हो जाती है 

पुरषों की अपेक्षा महिलाए को ज्यादा मोटी होने का मेन कारन है की पुरषो की तुलना में महिलाए अपनी ऊर्जा को कम खपत कर पा सकती है | इसीलिए पुरषों की तुलना में महिलाए ज्यादा मोटी होती है | चलिए अब इसके वारे में विस्तार से जानते है की ऎसा क्यों हो पाता है , की महिलाए पुरषों की तुलना में ज्यादा मोटी होती है | महिलाओं को मोटी होने का मेन कारण है की महिलाए ज्यादातर घरेलु कार्य करती है | उन्हें इस कार्य को करने में ज्यादा ऊर्जा खपत नहीं कर पाती है | जिसकी वजह से उनके द्वारा खाया गया भोजन से मिलने वाली कार्वोहाइड्रेट को पूरी के पूरी खपत नहीं कर पाती है | जिसके कारन उनके बॉडी में वचा हुआ कार्बोहाइड्रेट वसा के रूप में शरीर के किसी अन्य भाग में जमने लग जाती है | जिसे वह मोटी हो जाती है | 

जबकि अधिकांश पुरष हार्ड वर्क करते है , जिसकी वजह से उनकी शरीर मे कैलोरिन (ऊर्जा) आसानी से खपत हो जाती है | जिसके कारन उनके शरीर में वसा नहीं बन पाती है | पुरष हमेशा Hard Work ही करना पसंद करते है | क्योंकि वह घर के बाहर जाकर अपना कार्य करता है | उन्हें आने - जाने में भी ऊर्जा की खपत होती है , और उन्हें पुरे परिवार की भी चिंता होती है | जिसकी वजह से उनके बॉडी में कार्वोहाइड्रेट चर्बी का रूप नहीं ले पाती है | जिसकी वजह से अधिकांश पुरष देखने में नॉर्मल ही लगते है | 

महिलाओं को मोटी होने का दूसरा Resion है की महिलाये अपने घरेलु कार्य को मशीन के द्वारा करके अपना कार्य आसान कर लेती है | जिसकी वजह से उन्हें काफी ऊर्जा की बचत हो पाती है , और उन्हें अपने कार्य करने में आराम महसूस होती है उनकी यही Comfortable आखरी में उन्हें मोटी होने  का कारण वन जाती है | जैसे - मशाला पीसने के लिए मिक्सी मशीन का इस्तेमाल करना , कपड़ा धोने के लिए washing machine का उपयोग करना , सफाई के लिए Sweeper की सहायता लेना | महिलाओं को मोटी होने का यही मेन कारण है | 

Fat ke Fayde ! फैट के फायदे क्या है

अबमुमन ऐसा देखा जाता है की हर कोई व्यक्ति अपने शरीर को हेल्दी एवं भारी भड़कम्प बनाना चाहता है ,  क्योकि उन्हें ऐसा लगता है की अगर हमारा शरीर भारी भड़कम्प एवं मोटा रहेगा तो हम स्वास्थ्य एवं ताकतवर होंगे | इसीलिए हर कोई व्यक्ति अपने बॉडी को मोटा एवं भारी भड़कम्प बनाना चाहता है | जिसे उन्हें फ़ायदा हो सके , इस प्रोसेस में अगर उनका शरीर आवश्यकता से अधिक मोटा हो जाता है तो उन्हें fat ke nukshan (फैट के नुक्शान) हो जाता है, जो संतुलित स्वास्थ्य के लिए हानिकारक सीध होती है | इस Heading के आगे हम Fat ke nukshan के वारे में चर्चा करेंगे | आप इस आर्टिकल को अंतिम तक जरूर पढ़े | जिसे आपको फैट (वसा) के वारे में सम्पूर्ण जानकारी मिल सके | 

ऐसे में आदमी को अपने फैट पर हमेशा निगरानी रखना चाहिए , अगर उन्हें ऐसा लगता है की हमें अपनी फैट को बढ़ाना चाहिए तो ही अपने वसा को बढ़ाने की कोर्सिस करे , वो भी Naturely रूप से भोजन खाकर | न की Medicine के द्वारा , अगर कोई व्यक्ति अपनी मोटाई मेडिसिन (दवाई) खाकर बढ़ाती है तो उनके बॉडी को हमेशा नुक्शान ही होगा | इसीलिए कभी भी आदमी को अपने मोटाई बढ़ाने के लिए दवाई का उपयोग नहीं करना चाहिए |  

अब समझते है फैट के फायदे के वारे में विस्तार से फैट के निम्न फायदे हो सकती है जो इस प्रकार है | 

1. Normal fat से शरीर को हमेशा प्रतिरक्षा होती है | नॉर्मल चोट , मोच से यानि हमें कहने का अर्थ है की जब भी कभी कभार आदमी कहीं गड्डा , गुढी एवं एक्ससीडेंट में गिरता है तो उन्हें चोट कम लगती है , और उन्हें दर्द भी कम महसूस होती है | क्योकि गिरने पर उन्हें चोट का असर चर्बी पर पड़ता है | जिसके कारण उनके शरीर का अंदरूनी भाग कई वार सुरक्षित रह पाता है | 
2. Naturaly fat से उनका शरीर की सभी भाग मजबूत हो जाती है | जो स्वास्थ्य शरीर के लिए आवश्यक है | 
3. फैट से हमें कार्बोहाइड्रेट मिलती है - कई वार ऐसा भी होता है की हम लम्बे समय से भूखे रह जाते है उस समय हमारा शरीर अपनी ऊर्जा खपत के लिए चर्बी का इस्तामेल करती है | जो फैट के फायदे होती है उस समय हमारे लिए यह बहुत गोल्ड की भाती कार्य करती है | जिसे हमें ही लाभ होती है | 

fat ke nukshan ( फैट के नुक्शान )

आदमी के शरीर में जब फैट अधिक मात्रा में बन जाता है , तब वैसे लोगो को कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है | उन्हें वसा के कारण कई सारे बीमारियां उत्पन्न हो जाती है | जिसे उन्हें काफी नुक्शान हो जाती है | उन बीमारियों में कुछ बीमारी का नाम sugar , blood pressure, Bp low , Bp high , heart blockage है जो काफी परेशान करती है | इसके अलावा और भी कई सारी बीमारी है जो फैट के कारण होती है | इसीलिए हम कह सकते है की फैट के कारण आदमी को बहुत नुकशान होती है | अब हम फैट के नुक्शान के वारे में विस्तार से चर्चा करेंगे | 

1. चलने ( walk ) में दिकत 

 जिस व्यक्ति को फैट ( चर्बी ) बॉडी के Requirement से बहुत अधिक बढ़ गया हो उन लोगों को चलने में काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ जाता है | उन्हें चलने के दौरान हफ्नी बढ़ जाती है | उन्हें सांस लेने में दिकत होने लग जाती है | उनको चलने के दौरान थकावट बहुत जल्दी महसूस होने लग जाती है | उनके शरीर के अंदरूनी पार्ट्स जैसे - लिवर , किडनी , हार्ट को काफी कार्य करने पड़ जाते है | जिसे वह भी बहुत जल्दी थकावट महसूस कर लेते है | जिसकी वजह से वह व्यक्ति ज्यादा देर एवं दूर तक ठीक से चल नहीं पाता है | जो fat ke nukshan को संकेत देता है | 

मोटा आदमी को heart blockage (हृदय अवरोध) क्यों होता है 

मोटा आदमी को heart blockage होने का में कारन होता है उनकी शरीर में जमा हुआ वसा वही फैट के कारण मोटे आदमी को ज्यादातर हृदय अवरोध की बीमारी होती है | क्योंकि फैट होने से उनकी शरीर के सभी पार्ट्स को कार्य करने के लिए अधिक लोड उठाना पड़ जाता है | जिसकी वजह से उनकी शरीर में Important parts जैसे - लिवर , हार्ट , किडनी, ब्रेन इत्यादि अपनी संतुलन खो देता है और वह अनवैलेन्स होकर कार्य करना सुरु कर देते है | क्योंकि उन्हें अपने कार्य करने में अधिक जोर देना पड़ रहा है , वसा के कारण इसीलिए लिवर अपनी कार्य तीव्रगति से करना चाहता है तो वह उस कार्य को अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है | जब लिवर को अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है तो वह इन्सुलिन से अपनी आवश्यकता को पूरा करना चाहता है | और वह अधिक मात्रा में इन्सुलिन को खपत करने लग जाता है जो वसा के लिक्विड रूप होती है | इन्सुलिन वसा के liquid रूप होने के कारन वह ब्लड में घुनलशील हो जाता है और वह ब्लड के सहारे बॉडी के अन्य भाग में जाने लग जाती है | 

इन्सुलिन वसा के Liquid रूप होने के कारन वह इंसुलिन बॉडी में जहाँ तहाँ जमने लग जाती है | इसीलिए कहीं - कहीं पर ब्लड का प्रवाह रुक जाती है | तभी उन्हें Blood Blockage कहाँ जाता है | ठीक उसी प्रकार अगर इन्सुलिन की वजह से heart में कोई भी hole (छिद्र) में इन्सुलिन जाकर जम जाती है तो वह छिद्र ब्लॉक हो जाता है | जिसे heart blockage कहा जाता है | जो अधिकांश मोटे आदमी में देखने को मिलता है | 
 
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