अंकुरित चना खाने का सही समय होता है सुबह 8 या फिर दोपहर 2 बजे क्योकि इस समय आदमी को काफी तेजी से भूख लगती है | उसकी जगह अगर वह व्यक्ति अंकुरित चना खा लेती है तो उनका भूख मिट जाती है , और वह अपने कार्य को लगातार करते रह जाते है | ठीक उनका कार्य बहुत जल्दी एवं अधिक हो जाती है |
अंकुरित चना उन लोगो को भी खाना चाहिए जिन लोगो का शरीर दुवला - पतला होता हो, उन लोगो को अगर अपनी शरीर को ठीक - ठाक हेल्थी बनाना चाहते है तो उन लोगो को अंकुरित चना खाने का सलाह अवश्य दे | क्योंकि उनका स्वास्थ्य ठीक रहने के लिए शरीर का हेल्थी होना आवश्यक है | और वह अंकुरित चना खाने से ही संभव है | इसके अलावा अंकुरित चना उन लोगो को भी खिलाये जिनका शरीर गिरा - गिरा सा रहता है क्योकि अंकुरित चना खाने से शरीर में खून एवं न्यूट्रेशन बनता है |
अंकुरित चना खाने के फायदे
चना एक ऎसी खाद्य पदार्थ है जिसे अगर आप नियमित रूप से खाते है तो आपकी शरीर की कई सारे फायदे होती है | ऐसे में चने खाने का एक और तरीका है , जिसका नाम है अंकुरित चना | अगर आप अपने बॉडी की महत्वपूर्ण अंग जैसे - आँख , फेस , वाल ,त्वचा इत्यादि जैसे अंग को स्वास्थ्य एवं सुन्दर रखना चाहते है तो आप अपने दैनिक भोजन में किसी भी रूप में अंकुरित चना का सेवन जरूर करे | चाहे आप सब्जी के रूप में करे या फिर सलाद के रूप में या फिर झालमुड़ी के रूप में खाये |
अंकुरित चना खाने से आपकी सर की वाल नहीं उड़ेगी एवं (White) नहीं होगा | क्योकि चना खाने से आपकी शरीर में उपस्थित टॉक्सिन को मल त्याग के द्वारा उसे बाहर देते है | क्योकि उसमे फाइबर की मात्रा अधिक होती है | जिसकी वजह से शरीर के आंतरिक भाग का सफाई आसानी से हो जाती है |
इसके आलावा और भी कई सारे फायदे होती है जो इस प्रकार है , यह अंकुरित चना
1. डाइजेशन को कम करती है
2. यह डायविटीज बीमारी के लिए भी अच्छा है |
3. Blood sugar को कंट्रोल करती है |
4. Weight losses को रोकती है |
इसके आलावा और भी कई सारे फायदे होती है, शरीर के लिए अंकुरित चना खाने से | जो व्यक्ति अपने daite में प्रत्येक दिन अंकुरित चना खायेगा , उनका शरीर की (स्किन , त्वचा में सौंदर्य एवं चमक बढ़ जाएगी | और उनका ब्रेन (दिमाग) भी काफी तीव्र गति से कार्य करेगा | उनका यादास्त भी काफी बढ़ जाएगी , और आँख की रोशनी भी जिसे उन्हें Life Style की जिंदगी जीने में काफी आनंद की अनुभूति होने लगती हैं | और वह व्यक्ति कोई भी कार्य करेगा , तो वह बहुत स्फूर्ति से करेगा | क्योंकि वह व्यक्ति हमेशा ताजगी महसूस करते रहते है |
अंकुरित चना खाने के नुकशान
प्रोट्रीन , फाइबर और कार्वोहाइड्रेट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर चने में प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने की क्षमता होती है | साथ ही साथ मांसपेसियों को मजबूत करने , मधुमेह को नियंत्रित करने और वालों , त्वचा व् शरीर को ऊर्जावान बनाये रखने आदि के लिए भी लाभदायक है | अंकुरित चना खाने से इसके अविश्वसनीय स्वास्थ्य लाभ हो सकते है |
लेकिन ज्यादा अंकुरित चना खाने के भी वेहद नुकशान हो सकते है | दरअसल एक्सपर्ट का मानना है की ज्यादा अंकुरित चना खाना भी सेहत के लिए नुक्शानदायक हो सकता है | आम तौर पर कई लोगो को बारिश में अंकुरित चना पच नहीं पाता है | क्योकि इसके पीछे कई सारे कारन होते है | कुछ मामलो में देखा गया है की जिनकी पाचन शक्ति थोड़ी कमजोर होती है | उन्हें चना खाने पर उनके पेट में चना गड़बड़ करती है | चना एक प्रकार का भारी भोजन है | कमजोर पाचन तंत्र वालो को इसे सम्भलकर और कम मात्रा में खाना चाहिए | काले चने से ज्यादा अंकुरित चना को पौष्टिक माना जाता है | क्योकि उसे काफी देर तक पानी में भिंगोने से इसमें नमी बने रहते है | जिसे इसमें कई तरह के जीवाणु पैदा हो जाते है | जो पेट की समस्या के कारन बन सकते है |
इस दौरान लोगो में उल्टी दस्त आदि होने की सम्भाबनाएँ बढ़ जाती है | इसमें मौजूद अधिक फाइबर की मात्रा ऎसे भी डायरिया की समस्या को बढ़ाने में मददगार है | अर्थात बारिश के मौषम में जो कमजोर पाचन तंत्र वाले लोगो को और प्रेग्नेंट महिलाओ को इसे खाने से बचना चाहिए | अगर हम वात करे अंकुरित चने के सही तरके के वारे में तो अगर इसे खाने से आपके पेट में दर्द होने लगता है तो इसमें थोड़ा टमाटर , खीरा , प्याज आदि मिलाकर सेवन करे | स्वाद के साथ - साथ सेहत के लिए भी लाभकारी होगा |
अंकुरिचाने को थोड़ा उबालकर या भून कर हल्का भी खा सकते है | प्रतिदिन एक कटोरी अंकुरित चना खाने से काफी लाभकारी हो सकता है | ऐसा करना डायविटीज मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है | अंकुरित चने को गुड़ के साथ प्रतिदिन सुवह खाली पेट खाने के कई स्वास्थ्य लाभ होते है | शरीर में ऊर्जा भरने , खून की कमी को दूर करने , मासपेशियो को बढ़ाने पाचन तंत्र आदि के लिए रामवाण इलाइज है | अगर आप अंकुरित चना खाते है तो इन वातो का खास ध्यायन रखे नहीं तो नुकशान भी हो सकता है |
Conclusion ! निष्कर्ष
चना एक ऎसी खाद्य पदार्थ है जिसे खाने के लिए उसे अंकुरण किया जाता है | उसके वाद उसे खाने से शरीर को काफी फ़ायदा मिलता है | चाहे आप उसे सब्जी बनाकर खाये या फिर उसे गुड़ के साथ खाये या फिर उसे भूनकर खाये | आप उसे किसी भी रूप में खाये आपको काफी फ़ायदा मिलेगी | चना खाने का सबसे अच्छा तरीका है उसे अंकुरण करके खाना | चलिए अब समझते है की चने को कैसे अंकुरण करे इसके वारे में |
चने को अंकुरित करने के लिए सबसे पहले उसे खूब फुलाये उसके वाद उसे पानी से निकालकर सूती वस्त्र से ढक कर रखे | उसके वाद उसपर पानी का हल्का -हल्का छिड़काव करते रहे , इससे ये होगा की उसे तरी बनी रहेगी | और उसे वायु और तापमान भी मिलते रहेगी | इससे ये होगा की चना को अंकुरण के लिए जो उसे चाहिए वह सब के सब उसे मिल जाती है | जैसे - तापमान , वायु और नमी (आद्रता) जिसके कारन वह चना १२ घंटे के अंदर अंकुरण होना प्रारम्भ हो जाता है |
अंकुरण किये हुए चने को आप किसी भी रूप में खा सकते है | आपकी बॉडी को काफी फ़ायदा मिलेगी , चाहे आप उसे गुड़ के साथ खाये या फिर उसे झाल मुड़ी बनाकर खाये आप चने को किसी भी रूप में अपने भोजन में ले सकते है | चाहे वेषण के रूप में या सब्जी के रूप में उसे खाये |
अंकुरित चना खाने से शरीर में कई सारे फायदे होती है | जैसे आँख , फेस , वाल , त्वचा इत्यादि | ये सभी अंग सुंदर एवं स्वास्थ्य रहती है | अंकुरित चना खाने से इसके आलावा और भी कई सारे फायदे होती है | अब जानते है अंकुरित चना के नुकशान के वारे में , जिस व्यक्ति की पाचन क्रिया कमजोर होती है | उन्हें अंकुरित चना बहुत सोच समझकर खाना चाहिए | नहीं तो आपकी पेट को खरा व कर देगा यानि दस्त , पैखाना होना सुरु हो जाएगी | जो अंकुरित चना के नुकशान है |
अंकुरित चना भी खाने का नियम होती है - अगर आप कोई हार्ड वर्क करने जा रहे है तो आप अंकुरित चना खाकर जाये | इससे ये होगा की हार्ड वर्क में ऊर्जा काफी तेजी से खपत होती है , अगर आप अंकुरित चना खाये हुए रहेंगे तो आपको भूख और प्यास कम लगेगी | और आप अपना कार्य को सही से एवं देरी तक करते रह पायेंगे | जिसे आपकी कार्य ज्यादा हो सके |
क्योकि अगर आप अंकुरित चना और गुड़ खाते है तो आपको इसमें चना से कैलोरिन मिल जाता है और गुड़ से ग्लुकोज जो एक धावक के लिए बहुत जरुरी खाद्य पदार्थ है | ऐसा इसलिए हम कह रहे है की खिलाड़ी खेल में जाने से पहले ग्लूकोज जरूर लेता है | ठीक उसी प्रकार धावक एवं कृषक भी अपने कार्य पर जाने से पहले गुड़ और चना लेते है जिसे उन्हें ग्लूकोज और कैलोरिन आसानी से मिल जाती है |