Digital रूप से online पैसा ठगना Online गिरफ्तारी अर्थात Digital Arrest कहलाता है। स्कैमर आए दिन ऑनलाइन फ्रॉड करने के लिए नए-नए तरीके ढूंढते रहते हैं। उसी में ऑनलाइन फ्रॉड करने के लिए, एक नया तरीका उभर कर सामने आया है जिसका नाम है डिजिटल अरेस्ट (digital arrest) आज हम इस ब्लॉक पोस्ट में डिजिटल अरेस्ट किया है (digital arrest Kiya hai) इसके बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। जिसे आसानी से यह समझ में आ जाए की डिजिटल अरेस्ट होता क्या है और इसके माध्यम से लोगों से पैसा कैसे ठगा जा रहा है।
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क्योंकि यह युग डिजिटल युग हैं इसीलिए डिजिटल अरेस्ट के बारे में हमें अच्छे से पता होनी चाहिए। तभी हम डिजिटल अरेस्ट होने से बच सकते हैं।
वर्तमान समय में यह वैश्वीकरण युग है और इस वैश्वीकरण युग में हमारी Data एक जगह से दूसरी जगह पर बहुत ही आसानी से एवं बहुत ही कम समय में या कहें कि हमारा Data, minut में नहीं Seconds. में एक जगह से दूसरी जगह पर ट्रांसफर हो जाते हैं। इसी को इलेक्ट्रॉनिक Data डिजिटल कहा जाता है इस इलेक्ट्रॉनिक Data डिजिटल के माध्यम से हो रहे डाटा ट्रांसफर को सेफ एवं सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेवारी बनती है।
अगर हम अपने डेटा को सेफ एवं सिक्यॉर करने में थोड़ा सा भी हमसे भूल होती है तो हमें डिजिटल अरेस्ट किया जा सकता है। अब जानते हैं डिजिटल अरेस्ट कैसे होता है इसके बारे में
Digital Arrest kya hai (डिजिटल गिरफ्तारी से आप क्या समझते है)
Digital arrest का मतलब होता है डिजिटल रूप से अरेस्ट कर लेना; उसके बाद उसे डिजिटल ब्लैकमेल करना एवं टॉर्चर करना । उसके बाद उससे Digital Arrest की Settlement की वात कहना ! इसके बदले में वह स्कैमर आपसे धन रुपैया पैसा इत्यादि की माँग करना, यही है डिजिटल अरेस्ट ।
कोई आदमी पुलिस वाला बनकर या CBI , ED बनकर मैसेज भेजता है या वीडियो कॉल करता है और कहता है कि आपको ड्रग्स के मामले में या मनी लांड्री के मामले में डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) किया जा रहा है या कहते हैं कि आपने जो पार्सल दूसरे देश में भेजा है उसमें गैर कानूनी सामान मिला है। आप मना करेंगे की हमने तो कुछ भेजा ही नहीं है तो वह कहेगा कि आपका आधार और फोन नंबर लगा हुआ है इसके बाद वह आपको काफी देर तक वीडियो कॉल या व्हाट्सएप चैट या Swipe call पर बने रहने को रहेगा क्योंकि आप अरेस्टेड हैं और आपको जमानत चाहिए तो पैसा भेजो केस नहीं बनाएंगे। Video Call पर वर्दी में बैठा पुलिस वाला ही दिख रहा होता है और पुलिस स्टेशन सरकारी दफ्तर के तरह ही दिख रहा होता है। जिसकी वजह से लोग घबराकर पैसा भेज भी देते है।
जब आप पैसा भेज देते हैं तब आपका पैसा चला जाता है उस स्कैमर के पास बस इतना ही में डिजिटल अरेस्ट से ठगी हो जाता है । यही है डिजिटल गिरफ्तारी , लेकिन ध्यान रखें की यह एक फ्रॉड है कानून में कोई डिजिटल अरेस्ट जैसे चीज नहीं होती है कोई आपको इस तरह से अरेस्ट नहीं कर सकता है। डिजिटल गिरफ्तारी से हमें यह समझ में आता है कि इस digital युग में हमें Cyber Froud !! Cyber crime जैसे स्कैमर से बच कर रहने की जरूरत है नहीं तो डिजिटल अरेस्ट की शिकार हो सकते है । जिसे हमें फाइनेंशियल लॉस हो सकता है ।
स्कैमर के पास यही नहीं और भी कई तरीके है ब्लैकमेल करने के लिए जो कुछ इस प्रकार है । जैसे : अनजान नंबर से आपको वीडियो कॉल आता है जैसे ही आप फोन उठाते हैं स्क्रीन पर नग्न लड़की का फोटो आता है उसके बाद उसे फोटो को स्क्रीनशॉट ले लेते हैं फिर उसके बाद आपको ब्लैकमेल किया जाता है। वह आपसे कहेगा कि पैसे भेजो नहीं तो यह स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया जैसे - फेसबुक, यूट्यूब ,ट्विटर, इंस्टाग्राम, इत्यादि पर अपलोड कर दूंगा ।
ऐसे - ऐसे ब्लैकमेल करने का और भी तरीके होते हैं साइबर क्राइम के पास उनमें से कुछ प्रमुख है जो इस प्रकार हैं।
1.कॉल करके
2.ईमेल के माध्यम से सरकारी नोटिस की तरह स्टाम्प मोहर लगा हुआ
3.लोन एप
4.WhatsApp chat APK file
Digital arrest होने से कैसे बचे?
स्कैमर आए दिन डिजिटल अरेस्ट करने के लिए नई-नई तकनीक ढूंढते रहते हैं, उसी में साइबर फ्रॉड से पैसा ठगी करने के लिए अभी ट्रेंड में चल रहा है। Whatsapp apk file और डिजिटल फ्रॉड केस आईए अब हम जानते हैं डिजिटल अरेस्ट होने से कैसे बचे इसके बारे में Digital Arrest से बचने के लिए इस डिजिटल वर्ल्ड में डिजिटल से संबंधित उन सभी जानकारी रखनी चाहिए जिसे डिजिटली पैसा ठगा जा सकता है। उनमें से कुछ प्रमुख Method इस प्रकार हैं।
1. OTP
2. WhatsApp APK file
3. Digital fraud case
4. Email notification
1. OTP: अगर आपके मोबाइल फोन में किसी भी प्रकार के ओटीपी आता है और उस ओटीपी के बारे में आपको कुछ भी पता नहीं है कि वह ओटीपी कहां से आया है और किस कार्य के लिए आया है तो आप उसे ओटीपी को किसी के साथ शेयर मत करो यहां तक की किसी को बताओ भी नहीं कितना भी कुछ आपको लालच दे । आप उसे शेयर मत करो, नहीं तो आपका बहुत बड़ा फाइनेंशियल नुकसान हो सकता है और इसका जिम्मेदार बैंक भी नहीं होगा। सारा कुछ आपके ही भुगतना होगा। अर्थात आपका खाता से पैसा पूरा के पूरा निकाल सकता है और इसका जिम्मेदार स्वयं होंगे।
2. WhatsApp APK file: आजकल व्हाट्सएप्प के माध्यम से शादी कार्ड के नाम पर फ्रॉड हो रहा है क्योंकि अभी शादी - विवाह का कार्य बहुत ही तीव्र गति से हो रही है इस डिजिटल युग में शादी कार्ड भी व्हाट्सएप पर ही सेंड कर दिया जा रहा है Invitation letter निमंत्रण पत्र के लिए। आजकल स्कैमर इसी निमंत्रण पत्र का फायदा उठाकर व्हाट्सएप पर निमंत्रण पत्र के तौर पर Apk file बनाकर भेज दे रहा है ।
व्हाट्सएप पर जब वह निमंत्रण पत्र पढ़ने के लिए एपीके फाइल को डाउनलोड करेगा तब वह फाइल आपके मोबाइल में स्वयं इंस्टॉल हो जाएगा। और वह file की मदद से स्कैमर उस आदमी का सारा मैसेज का डीटेल्स निकाल लेगा। यहां तक फोन में आए हुए ओटीपी को भी उन्हें बहुत आसानी से पता चल जाता है। जिससे हुआ सारा पैसा आसानी से खाता से निकाल लेता है। इस बात की भनक तक भी उन्हें नहीं लगने देता है, यह Apk file जिसके कारण वह आसानी से पैसा चुरा कर बच निकलता है।
अगर आपको ऐसा लगने लगे कि हमारे मोबाइल फोन में कुछ अनजान App या एपीके फाइल लोड हो चुका है । तब उससे बचने के लिए आप सबसे पहले अपने मोबाइल फोन का बैकअप ले ले उसके बाद तुरंत आप अपने मोबाइल फोन को रिसेट कर दे । जिससे आपकी फोन से उन तमाम अवैध एप्लीकेशन हट जाएगा जिससे आपका फाइनेंशियल नुकसान हो सकता है । तभी आपका डाटा एवं धन सुरक्षित रह पाएगा।
3. Digital Froud case या Froud email notification 🚫
अगर आपको कोई डिजिटल रूप से केस बनाने की धमकी दे रहा है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि हमारे देश में अभी तक डिजिटल केस बनाने की कोई नियम पारित नहीं हुआ है। इसीलिए आप बिल्कुल भी ना घबराए, आपको अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई । पुलिस को सबूत के तौर पर उसकी कॉल रिकॉर्डिंग, स्क्रीनशॉट, मोबाइल नंबर अवश्य दें।
आपके साथ डिजिटल रूप से जो भी कुछ होता है आप उस पर बिल्कुल भी विश्वास ना करें । आप फिजिकली रूप से गिरफ्तार होने की इंतजार करें नहीं तो आपसे पैसा ठग लेगा डरा - धमका कर सेटलमेंट के बारे में कहकर ।
ठीक उसी प्रकार आजकल फ्रॉड ईमेल भी चल रहा है ईमेल भेजता है और उसमें सारी चीज सरकारी स्टैंप मोहर के साथ आपको डिजिटली अप्रूव्ड सारा डॉक्यूमेंट और आपको यह विश्वास दिल दी जाती है कि यह सही है। अगर आप इस कार्रवाई से बचना चाहते हैं तो आपको सेटलमेंट कर लेना चाहिए नहीं तो यह आपको बहुत महंगा पड़ेगा। ऐसे में कोई भी आदमी डर जाता है और वह सेटलमेंट के वात मान लेते हैं। क्योंकि आपको पूरा के पूरा विश्वास हो जाता है कि यह ठीक है क्योंकि सेटलमेंट करवाने वाले व्यक्ति को आप वीडियो में बहुत अच्छे से पहचान रहे होंगे।लेकिन मित्रों यह फ्रॉड है अभी Ai आ गया है हमारी इस डिजिटल दुनिया में Ai की मदद से किसी के भी डुप्लीकेट चेहरा बनाया जा सकता है। इसीलिए इस तरह के ईमेल नोटिफिकेशन से सावधान रहे और आप उस पर बिल्कुल भी विश्वास ना करें।
Digital arrest: की शिकायत (FIR) दर्ज कैसे करें!
डिजिटल अरेस्ट की शिकायत दर्ज करने के लिए सरकार ने एक पोर्टल लॉन्च किया है जिसका नाम है cybercrime.gov.in इस पोर्टल (वेबसाइट) पर आकर ऑनलाइन फ्रॉड से संबंधित जो भी शिकायत है उसे आप आसानी से घर बैठे अपने मोबाइल फोन से शिकायत (FIR) दर्ज कर सकते हैं। या फिर आप अपनी Area के पुलिस स्टेशन हेल्पलाइन नंबर जैसे बिहार के लिए 112 है और दिल्ली के लिए 1930 पर फोन करके शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।
इसकी जांच पुलिस तुरंत करेगा और उस कैसे से संबंधित जो भी जानकारी प्राप्त होगा इसकी सूचना आपको बहुत ही जल्द मिलेगी। क्योंकि यह मामला फाइनेंस से संबंधित होता है इस मामले में थोड़ा सा भी देर होने पर इसकी जानकारी प्राप्त करना बहुत मुश्किल हो जाता है।
इसीलिए अगर आपके साथ कभी भी इस तरह के ऑनलाइन धोखाधड़ी हो तो आप तुरंत ही शिकायत दर्ज कराया। यहां तक की अपनी बैंक के हेल्पलाइन नंबर पर भी तुरंत सूचना दें ऐसा करने से जहां तक होगा वहां तक बैंक खुद आपकी मनी को रिकवर करने की कोशिश करेगा।
जैसे ही आपको यह पता चले की हम डिजिटल अरेस्ट हो चुका हूं तो आप इसकी शिकायत करने में देरी न करें। आप भी जहां तक होगा वहां तक डिजिटल सबूत जुटाने में लग जाए। जैसे: photo screen short, Video/Audio Recording, Mobile number इत्यादि। इससे यह होगा कि अपराधी को पकड़ने में पुलिस को मदद मिलेगा।